सीओ स्वप्निल मुयाल ने लिया थाना जीआरपी देहरादून का O.R, डिजिटल साक्ष्यों की महत्ता पर दिया जोर, लापरवाही पर फटकार एवं उत्कृष्ट कार्य करने वाले विवेचकों को सराहना

सीओ स्वप्निल मुयाल ने लिया थाना जीआरपी देहरादून का O.R, डिजिटल साक्ष्यों की महत्ता पर दिया जोर
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देहरादून: 30 जुलाई 2025 को, CO GRP स्वप्निल मुयाल ने थाना जीआरपी देहरादून पर विवेचकों का O.R लिया। इस बैठक में, स्वप्निल मुयाल ने डिजिटल साक्ष्यों की महत्ता पर जोर दिया और कुछ विवेचकों की लापरवाही पर फटकार लगाई, जबकि उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सराहा।
डिजिटल साक्ष्यों का महत्व
कोविड-19 महामारी के बाद, जिन तकनीकीप्रवृत्तियों ने अपना महत्व बढ़ाया है, उनमें से एक डिजिटल साक्ष्य हैं। स्वप्निल मुयाल ने विवेचकों को निर्देशित किया कि वे डिजिटल साक्ष्यों का सही तरीके से प्रयोग करें, खासकर जब नए कानून लागू हो चुके हों।
उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस के संग्रहण का महत्व साझा करते हुए कहा कि सभी विवेचकों को हिनियस क्राइम पर फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट टीम को मौके पर बुलाना चाहिए। इस दिशा में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।
लापरवाही पर सख्त चेतावनी
बैठक में, स्वप्निल मुयाल ने उन विवेचकों को लताड़ सुनाई जिन्होंने सुस्त रवैया अपनाया था। उन्होंने कहा कि अधिकारीयों की जिम्मेदारी सिर्फ कागजी कार्यवाही नहीं है, बल्कि उनकी सफलता जनहित में देखने को मिलनी चाहिए।
उन्होंने विवेचकों से आग्रह किया कि वे हर गिरफ्तार अभियुक्त का डिजिटल डाटा “NAFIS” लेकर उसे विवेचना में शामिल करें। इससे न केवल मामले की सूक्ष्मता बढ़ेगी, बल्कि अभियुक्तों की पहचान में भी सुविधा होगी।
सकारात्मक दिशा में कार्यवाही
सीओ ने एक महीने से अधिक पेंडिंग विवेचना के बारे में भी जानकारी ली और आदेश दिया कि उन्हें गुणवत्तापूर्ण तरीके से निस्तारित किया जाए। उन्होंने NBW व अज्ञात शवों की पहचान में स्पष्ट निर्देश दिए कि इन कार्यों को गंभीरता से लिया जाए।
थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अशोक कुमार को समय पर एस्कॉर्ट ड्यूटी भेजने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा, महिला हेल्प डेस्क को सक्रिय रखकर शिकायतों का संवेदनशील तरीके से निस्तारण करने के लिए भी कहा गया।
जवानों में जोश भरा गया
बैठक के अंत में, थाने के कर्मचारियों का सम्मेलन लिया गया, जिसमें उनकी समस्याओं का समाधान किया गया। स्वप्निल मुयाल ने उत्तराखंड को पर्यटन राज्य बताते हुए पुलिस कर्मियों में संतोष और उत्साह भरा। अधिकारियों ने यात्रियों के साथ सद्व्यवहार करने और उनकी सुरक्षा को प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
इस तरह, सीओ स्वप्निल मुयाल की बैठक कई महत्वपूर्ण मुद्दों को हल करने के साथ-साथ अधिकारियों के काम करने के जज्बे को भी बढ़ाने में सहायक सिद्ध हुई।
लेखिका: नेहा शर्मा, साक्षी अग्रवाल, टीम asarkari
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