उत्तराखंड में भारी बारिश ने मचाई तबाही, जनजीवन अस्त-व्यस्त

उत्तराखंड में भारी बारिश ने मचाई तबाही, जनजीवन अस्त-व्यस्त
देहरादून: उत्तराखंड में बीते कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश ने पूरे प्रदेश में तबाही मचा दी है। पहाड़ से लेकर मैदान तक हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है, जिससे आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। कई जिलों में बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं से भारी नुकसान हुआ है।
पहाड़ी जिलों में हाहाकार
रुद्रप्रयाग जिले में छेनागाड़ बाजार और बसुकेदार क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। बारिश के कारण कई सड़कें और संपर्क मार्ग बंद हो गए हैं, जिससे लोगों को आवागमन में भारी परेशानी हो रही है। चमोली जिले के मटकोट क्षेत्र में बादल फटने से भी काफी नुकसान की खबर है। अगस्त्यमुनि में हाईवे पर दरारें पड़ गई हैं, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है।
धारी देवी मंदिर के पास संकट
धारी देवी मंदिर तक अलकनंदा नदी का जलस्तर पहुंच गया है, जो अपने रौद्र रूप में बह रही है। कई जगहों पर पानी सड़कों तक पहुंच गया है, जिससे स्थिति और भी भयावह हो गई है। लोग मंदिर के पास से निकलने से भी बच रहे हैं, एवं स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा के नियमों की सख्ती से पालन करने की अपील की है।
रुद्रप्रयाग में प्रकृति का कहर: छेनागाड़ बाजार मलबे में दबा
रुद्रप्रयाग क्षेत्र में छेनागाड़ बाजार मलबे में दब जाने की घटनाएँ सामने आई हैं। यहां 10-12 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। सरकार और प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आपातकालीन सेवाएँ सक्रिय कर दी हैं।
मौसम का कहर: बूढाकेदार और उत्तरकाशी में तबाही
टिहरी जिले के बूढाकेदार क्षेत्र में भी बादल फटने से तबाही की तस्वीरें सामने आई हैं। उत्तरकाशी जिले में भी कई क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण नुकसान हुआ है। कुमाऊं क्षेत्र में भी लगातार बारिश से लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं।
मैदानी जिलों पर भी असर
मैदानी जिलों में भी भारी बारिश का प्रभाव देखने को मिल रहा है। हरिद्वार जिले में कई जगहों पर जलभराव हो गया है, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हो गया है। राजधानी देहरादून के भी कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश ने लोगों की मुश्किलों को और बढ़ा दिया है।
सफर करना खतरनाक
कुल मिलाकर, प्रदेश में भारी बारिश के कारण जनजीवन पूरी तरह से पटरी से उतर गया है। पहाड़ी जिलों में कई हाईवे और संपर्क मार्ग बंद होने से सफर करना बेहद खतरनाक हो गया है। प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं, लेकिन बारिश के कारण इन कार्यों में भी बाधा आ रही है। लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।
इस स्थिति में सरकार और एनजीओ के संगठनों से मदद की भी आवश्यकता है, ताकि प्रभावित लोगों की मदद की जा सके। बारिश थमने की उम्मीद में सभी लोग प्रशासन पर नज़र रख रहे हैं।
हमारी ओर से लोगों से अनुरोध है कि इस आपदा के समय एक-दूसरे का सहारा बनें और सुरक्षित रहें।
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लेखक: कविता शर्मा, राधिका मेहरा, माया जोशी (टीम asarkari)
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