‘ऑपरेशन कालनेमि’ के तहत फर्जी साधुओं पर शिकंजा, पकड़े गए आरोपियों में कई मुसलमान भी शामिल

‘ऑपरेशन कालनेमि’ के तहत फर्जी साधुओं पर शिकंजा, पकड़े गए आरोपियों में कई मुसलमान भी शामिल
हरिद्वार/देहरादून: उत्तराखंड में सावन के पवित्र महीने में चल रही कांवड़ यात्रा को सुरक्षित और शुद्ध बनाने के लिए पुष्कर सिंह धामी सरकार ने ‘ऑपरेशन कालनेमि’ की शुरुआत की है। इस पहल के तहत फर्जी साधुओं और ठगी करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है। धामी सरकार का यह कदम इस वजह से महत्वपूर्ण है क्योंकि हर साल लाखों श्रद्धालु कांवड़ यात्रा में शामिल होते हैं, और ऐसे में ठगी की घटनाओं में वृद्धि हो जाती है।
हरिद्वार और देहरादून में की गई कार्रवाई
हरिद्वार और देहरादून पुलिस ने इस अभियान के तहत दर्जनों संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इनमें से 6 लोग मुस्लिम समुदाय से हैं, जिनमें एक बांग्लादेशी नागरिक शामिल है। पुलिस के अनुसार, ये लोग साधु-संतों के वेश में कांवड़ियों का ठगी और भीख मांगने की गतिविधियों में लगे थे।
प्रमुख गिरफ्तारी की जानकारी
दिन की शुरुआत में देहरादून पुलिस ने 25 संदिग्धों को हिरासत में लिया, जिसमें से एक बांग्लादेशी नागरिक, रूकन रकम उर्फ शाह आलम, को गिरफ्तार किया गया। आरोपी के पास से बांग्लादेशी पहचान पत्र बरामद किया गया था। इसी तरह, हरिद्वार में एसएसपी अजय सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने 25 अन्य संदिग्धों को हिरासत में लिया। इस तरह की कार्रवाई से ठगों में खलबली मची हुई है और श्रद्धालुओं ने इसकी सराहना की है।
साधु-संतों की प्रतिक्रिया
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने ‘ऑपरेशन कालनेमि’ की सराहना करते हुए कहा कि फर्जी साधुओं और ठगों की पहचान अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि कांवड़ यात्रियों को सत्यता और शुद्धता के साथ यात्रा करने का अधिकार है। इसके अलावा, विश्व हिंदू परिषद से जुड़े यशवीर महाराज ने कांवड़ यात्रा को शुद्ध रखने की मुहिम शुरू की है। उन्होंने शक्तिवान साधुओं को समर्थन देने के लिए हरि की पैड़ी पर दुकानदारों को भगवान वाराह की तस्वीरें और भगवा झंडे वितरित किए।
खाद्य शुद्धता पर ध्यान
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में भी कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा और खाद्य शुद्धता पर ध्यान दिया जा रहा है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीमें कांवड़ मार्ग पर खाने-पीने की दुकानों की जांच कर रही हैं ताकि श्रद्धालुओं को शुद्ध और बिना मिलावट वाला भोजन मिल सके। इसके साथ ही कांवड़ मार्ग पर नॉन-वेज समानों की बिक्री बंद कर दी गई है।
प्रशासन की अपील
हरिद्वार पुलिस ने कांवड़ियों से अपील की है कि वे हाईवे पर चलने के बजाय कांवड़ पट्टी का इस्तेमाल करें, जो केवल कांवड़ियों के लिए होता है। इसके जरिए सड़क हादसों को कम करने का प्रयास किया जा रहा है। प्रशासन ने यह भी सलाह दी है कि श्रद्धालु अपनी कांवड़ की ऊँचाई को नियंत्रित रखें ताकि उच्च टेंशन तारों से टकराने का खतरा न हो।
इन सभी उपायों से सच्चे श्रद्धालु सुरक्षित और मन की शांति के साथ अपनी यात्रा को पूरा कर सकेंगे। ज्ञात हो कि कांवड़ यात्रा में लाखों श्रद्धालु हरिद्वार पहुंच रहे हैं और विशेष रूप से हर की पैड़ी और उसके आस-पास के घाटों पर ‘बम-बम भोले’ के जयकारे गूंज रहे हैं।
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लेखकों की टीम: साक्षी, मीरा, आकांक्षा - टीम asarkari
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