लोगो को डरा धमकाकर उनकी जमीन कब्जाने वाले गिरोह को दून पुलिस ने भेजा सलाखों के पीछे, 5 गिरफ्तार

लोगो को डरा धमकाकर उनकी जमीन कब्जाने वाले गिरोह को दून पुलिस ने भेजा सलाखों के पीछे, 5 गिरफ्तार
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - asarkari
देहरादून: 23 अगस्त 2025 को वादिनी अल्का सिंघल पत्नी अजय सिंघल ने थाना रानीपोखरी में एक प्रार्थना पत्र दिया, जिसमें उन्होंने बताया कि उन्होंने वर्ष 2016 में शांतिनगर, रानीपोखरी में एक भूमि खरीदी थी। इस भूमि पर वे कई वर्षों से काबिज थी। लेकिन उनके बगल में रहने वाली तारा देवी और उसके परिजनों ने उनके प्लॉट का स्वामित्व विवादित बताया और उन्हें उस पर काम करने से रोकते हुए जान से मारने और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी।
पुलिस की तत्परता से गिरफ्तारियां
वादी द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर, थाना रानीपोखरी पर मामला दर्ज किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए 24 अगस्त 2025 को सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। ये आरोपी लगातार इस तरह के कृत्यों में लिप्त रहे हैं, जिससे उनके खिलाफ पहले से कई मामले भी दर्ज हैं।
गिरफ्तार आरोपियों की जानकारी
गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं:
1- कमलस्वरूप पुत्र स्वं गंगाराम, निवासी शान्तिनगर, रानीपोखरी
2- तारादेवी पत्नी कमलस्वरूप
3- अजय कुमार पुत्र कमलस्वरूप
4- विकास उर्फ विक्की पुत्र कमल स्वरूप
5- सोनी देवी पत्नी विकास
आपराधिक इतिहास
इन आरोपियों के खिलाफ पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं। उनकी आपराधिक पृष्ठभूमि गंभीर है, जिसमें धारा 352, 323, 504, 506 भादवि जैसे मामले शामिल हैं। इसके अलावा, इन पर भूमि कब्जा करने के कई अन्य आरोप भी हैं।
पुलिस की रणनीति और कार्रवाई
पुलिस विभाग ने यह साबित कर दिया है कि वे भूमि कब्जाने वाले गिरोहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। थाना रानीपोखरी के थानााध्यक्ष विकेंद्र चौधरी ने इस तरह के मामलों को गंभीरता से लेने का आश्वासन दिया है। उनकी टीम में शामिल अन्य सदस्य, जैसे म0उ0नि0 सीमा राघव और हे0का0 धीरेन्द्र यादव, भी इस अभियान में शामिल रहे हैं।
समाज में जागरूकता जरूरी
इस घटना ने समाज में एक महत्वपूर्ण सवाल उठाया है। भूमि कब्जाने के इस प्रकार के मामलों के प्रति जागरूकता और सख्त कानून की आवश्यकता है। इस तरह की घटनाओं का सही समय पर समाधान होना आवश्यक है, ताकि अन्य लोग भी इस खतरे का शिकार न हों।
हमारी टीम आप को यह सुझाव देती है कि यदि आप भी इस तरह की किसी समस्या का सामना कर रहे हैं, तो तुरंत स्थानीय पुलिस से संपर्क करें।
निष्कर्ष
इस मामले ने एक बार फिर यह दिखाया है कि यदि समाज और पुलिस मिलकर काम करें, तो वह किसी भी प्रकार के अपराध को रोक सकते हैं। दून पुलिस ने इस गिरोह को पकड़कर साबित कर दिया है कि वे अपराधियों के खिलाफ सख्त हैं।
अधिक अपडेट के लिए, विजिट करें: asarkari.com
Keywords:
土地侵占, भारतीय पुलिस, गिरोह गिरफ्तारी, भूमि विवाद, देहरादून पुलिस, अल्का सिंघल, रानीपोखरी मामले, अपराधी इतिहास, जमीन कब्जाने की घटना,What's Your Reaction?






