भोले के जयकारों के साथ भक्तों ने किया जलाभिषेक

Jul 22, 2025 - 00:30
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भोले के जयकारों के साथ भक्तों ने किया जलाभिषेक
भोले के जयकारों के साथ भक्तों ने किया जलाभिषेक

भोले के जयकारों के साथ भक्तों ने किया जलाभिषेक

गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के शिवालय सोमवार को भोले के जयकारों के साथ भक्तों ने शिवालयों में जलाभिषेक तथा बेलपत्री चढ़ाकर सुख समृद्धि की मनौती मांगी। श्रावण मास के पहले सोमवार को चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर के गोपीनाथ मंदिर में सुबह से ही झमाझम बारिश के बीच भक्त मंदिर पहुंचे और जलाभिषेक किया।

भक्तों का उमड़ा सैलाब

इस दौरान कई भक्तों ने बेलपत्री भी चढ़ाई। गोपेश्वर में ही सकलेश्वर, हल्देश्वर, बटलेश्वर, गणजेश्वर, तुलसी महादेव नंदप्रयाग समेत सभी शिवालयों में लोग जलाभिषेक करते रहे। खासकर महिलाएं जलाभिषेक के लिए सुबह ही मंदिरों में उमड़ पड़ी। पंच केदारों में से एक रूद्रनाथ तथा कल्पेश्वर महादेव मंदिर में भी श्रद्धालुओं का जलाभिषेक को तांता लगा रहा। विशेष रूप से कांवड़िए भी इस बार इन मंदिरों में जलाभिषेक के लिए पहुंचे।

सभी शिवालयों में भक्तों की प्रार्थना

कई भक्त पूर्ण श्रद्धा के साथ भगवान शिव की आराधना करने पहुंचे। बैरासकुंड महादेव मंदिर में भी भक्त भगवान के दर्शनों के लिए पहुंचे। इस दौरान श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक और बेलपत्री अर्पित कर खुशहाली की मनौती मांगी। पोखरी क्षेत्र के शिवालयों में भी जलाभिषेक को भक्तों का तांता लगा रहा। इस दौरान बामनाथ, बसुकेदार, रैसू, सलना, महड, पुष्केश्वर सहित कई शिवालयों में श्रद्धालु जलाभिषेक कर मनौती मांगते रहे।

महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका

इस पर्व पर खास बात यह रही कि महिलाओं ने पूरी श्रद्धा से शिवालयों में जलाभिषेक करने में अग्रणी भूमिका निभाई। वे सुबह से ही मंदिरों की ओर बढ़ने लगीं। यह उनकी भक्ति का स्पष्ट संकेत था, जो समाज में धार्मिकता और एकता का संदेश देता है। अनेक महिलाओं ने बेलपत्री चढ़ाकर सुख-समृद्धि की प्रार्थना की।

विशेष आयोजन और व्यवस्थाएँ

मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था को भी ध्यान में रखा गया। स्थानीय प्रशासन ने सभी भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाए। भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए जलाभिषेक की व्यवस्था में कोई कमी नहीं आने दी गई। बारिश के बावजूद भक्तों का उत्साह कम नहीं हुआ और हर कोई अपनी आस्थाओं के साथ मंदिरों में पहुंचा।

निष्कर्ष

इस साल श्रावण मास के पहले सोमवार को जलाभिषेक का यह पर्व भक्तों के लिए खास बना रहा। भक्तों का यह उत्साह और भक्ति भाव निश्चित रूप से समाज में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर रहा है। हर साल की तरह इस साल भी पूरे श्रद्धा और भक्ति के साथ भक्तों ने भगवान शिव को जलाभिषेक किया, जिससे ऐसा प्रतीत हुआ कि भक्ति में कोई बाधा नहीं आती है।

आइए हम सब मिलकर भगवान शिव से प्रार्थना करें कि वे हम सभी की मुश्किलों को दूर कर सुख, समृद्धि और शांति प्रदान करें।

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लेखकों का समूह: प्रियंका शर्मा, संगीता गुप्ता, राधिका वर्मा - टीम asarkari

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Bhole, Jalabhishek, Shiv Mandir, Chardham Yatra, Sawan, Bhakti, Hindu Festivals, Gomeshwar, Uttarakhand, Devotion, Temple Visit, Religious Practices

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