कारगिल विजय दिवस पर सीएम धामी ने किया वीर शहीदों को नमन, चमोली-नैनीताल में सैनिक विश्राम गृह बनाने की घोषणा

कारगिल विजय दिवस पर सीएम धामी ने किया वीर शहीदों को नमन, चमोली-नैनीताल में सैनिक विश्राम गृह बनाने की घोषणा
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रैबार डेस्क: कारगिल विजय दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित कर कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस खास मौके पर शहीदों के परिवारजनों को भी सम्मानित किया गया। सीएम धामी ने इस अवसर पर चमोली जिले के कालेश्वर में ई.सी.एच.एस और नैनीताल में सैनिक विश्राम गृह का निर्माण करने की भी घोषणा की।
शहीदों की वीरता का किया सम्मान
मुख्यमंत्री धामी ने यहाँ कहा कि मातृभूमि की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर जवानों को भारत हमेशा याद रखेगा। उन्होंने कहा, "कारगिल की घाटियों, पहाड़ों और हवाओं में हमारे जवानों द्वारा दुश्मन के खिलाफ किया गया युद्ध आज भी सुनाई देता है।" कारगिल युद्ध में उत्तराखंड के 75 जवान शहीद हुए थे, जिन्हें उन्होंने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
रोजगार के लिए उठाए गए कदम
मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि उपनल के माध्यम से पूर्व सैनिकों को रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे, जिसमें 50 प्रतिशत सिविलियन भी शामिल होंगे। राज्य सरकार इस दिशा में प्रयास कर रही है कि 22500 लोगों को रोजगार दिया जा सके। इसके अतिरिक्त, उन्होंने शहीदों के आश्रितों के लिए अनुग्रह राशि को 10 लाख से बढ़ाकर 50 लाख रुपए करने की घोषणा की है।
सैन्य धाम का निर्माण
मुख्यमंत्री ने बताया कि देहरादून में भव्य शौर्य स्थल (सैन्य धाम) का निर्माण अंतिम चरण में है। इस सैन्य धाम में प्रदेश भर की 28 नदियों का जल और शहीद सैनिकों के घरों से लाई गई मिट्टी का समावेश किया जाएगा। इससे शहीदों की स्मृति को और भी सहेजा जा सकेगा।
अग्निवीरों के लिए विशेष आरक्षण
सरकार अग्निवीरों को पुलिस, परिवहन, वन और अन्य विभागों की भर्तियों में 10 फीसदी क्षैतिज आरक्षण देने की योजना भी बना रही है। इससे अग्निवीरों को रोजगार में सहारा मिलेगा। सूर्य से जुड़े सैनिकों और पूर्व सैनिकों के लिए निःशुल्क यात्रा की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री धामी के इस कदम से सैनिकों और उनके परिवारों को न केवल आर्थिक सहायता मिलेगी, बल्कि समाज में उनकी भूमिका और योगदान को भी मान्यता मिलेगी। शहीदों की स्मृतियों को सहेजने और उन्हें उचित सम्मान देने के लिए शासकीय प्रयास निश्चित रूप से सराहनीय हैं। यह संतोषप्रद है कि राज्य सरकार शहीद परिवारों की भलाई के लिए निरंतर प्रयासरत है।
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