केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि विकसित भारत का लक्ष्य प्राप्त करने में विश्वविद्यालय महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे
केंद्र सरकार का शिक्षा सुधार: विश्वविद्यालयों की अहमियत पर जोर
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - asarkari
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने हाल ही में गुजरात में नर्मदा के केवड़िया में केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि विकसित भारत का लक्ष्य प्राप्त करने में विश्वविद्यालय महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। श्री प्रधान ने बताया कि पिछले एक दशक में देश के उच्च शिक्षा ढांचे में बड़ा परिवर्तन आया है, जो आने वाले समय में प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेगा।
विश्वविद्यालयों का विकास और योगदान
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि शिक्षा केवल ज्ञान का संचय नहीं है, बल्कि यह एक व्यक्ति के विकास और समाज के उन्नति में भी अहम भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा, "हमारी सरकार का उद्देश्य एक ऐसा भारत बनाना है, जहाँ शिक्षा और विकास एक दूसरे के पूरक बनें। विश्वविद्यालयों को इस दिशा में आगे आना होगा।" उनके अनुसार, उच्च शिक्षा संस्थान न केवल छात्रों को ज्ञान देते हैं, बल्कि उन्हें सामाजिक जिम्मेदारियों का भी बोध कराते हैं।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 का महत्व
श्री प्रधान ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के कार्यान्वयन की आवश्यकता पर भी जोर दिया। यह नीति भारत में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए बनाई गई है, जिसमें विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों को सुधारने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। मंत्री ने कहा कि इस नीति के अंतर्गत शिक्षा के विभिन्न पहलुओं का समावेश किया गया है, जिससे छात्रों को व्यापक दृष्टिकोण प्राप्त होगा।
उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नए अवसर
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने संकेत दिया कि शिक्षा मंत्रालय ने इस सम्मेलन का आयोजन इस उद्देश्य से किया है कि विश्वविद्यालयों में शिक्षा का स्तर और अधिक गतिशील और प्रगतिशील बने। उन्होंने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से अपील की कि वे नवाचार और अनुसंधान के क्षेत्र में आगे बढ़ें। इस प्रकार के प्रयासों से भारत का ज्ञानकोश बढ़ेगा और हमें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धात्मकता मिलेगी।
निष्कर्ष
अंत में, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सभी विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों से आग्रह किया कि वे अपने दृष्टिकोण में बदलाव लाएँ और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक उज्ज्वल भविष्य बनाने में सहयोग करें। उन्होंने कहा, "हमें मिलकर इस विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करना है।" शिक्षा में सुधार और विश्वविद्यालयों की भूमिका पर इस सम्मेलन का आयोजन एक महत्वपूर्ण कदम है, जो देश के भविष्य को संवारने का कार्य करेगा।
अधिक अपडेट्स के लिए, विजिट करें asarkari.com
Keywords:
central education minister, developed India, universities role, higher education reforms, National Education Policy, Gujarat conference, education infrastructure changes, university chancellors meeting, educational improvement strategiesWhat's Your Reaction?






