नगर पालिका परिषद रामनगर की अनोखी पहल बनी देश के लिए मिसाल, किचन वेस्ट से गौ माताओं का पोषण …………
नगर पालिका परिषद रामनगर की अनोखी पहल बनी देश के लिए मिसाल, किचन वेस्ट से गौ माताओं का पोषण
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - asarkari
रामनगर : उत्तराखण्ड के नैनीताल जनपद में स्थित रामनगर नगर पालिका परिषद् ने स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत एक सराहनीय और अनोखी पहल की है। यह पहल न केवल नगर को स्वच्छ बनाए रखने में मील का पत्थर साबित हो रही है, बल्कि इसके माध्यम से गौ माता की सेवा भी सुनिश्चित की जा रही है।
गौ ग्रास एकत्रण पहल
नगर पालिका परिषद् रामनगर द्वारा संचालित इस पहल के अंतर्गत नगर के विभिन्न घरों से प्रतिदिन रसोई में उत्पादित जैविक अपशिष्ट (किचन वेस्ट) एकत्र किया जाता है। इस किचन वेस्ट को वैज्ञानिक तरीके से प्रोसेस कर उसे स्थानीय गौशालाओं में रह रही गौ माताओं के आहार के रूप में उपयोग में लाया जा रहा है। नगर पालिका परिषद् रामनगर की यह पहल एक प्रेरणादायक मॉडल के रूप में उभर कर सामने आई है।
किचन वेस्ट का प्रबंधन
रामनगर, नैनीताल जनपद का यह छोटा सा शहर, जो अपनी वन्यजीवों की अद्भुत झलक और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है, आज ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के तहत एक ऐसी अनूठी पहल के माध्यम से चर्चा में है। इस पहल का संचालन “गौ ग्रास एकत्रण” के नाम से किया जा रहा है, जो कि पिछले कई वर्षों से सफलतापूर्वक चल रही है।
कैसे काम करता है यह सिस्टम?
प्रतिदिन नगर पालिका कार्यालय से विशेष रूप से तैयार किए गए ‘गौ ग्रास एकत्रण’ वाहन निकलते हैं, जो नगर के विभिन्न इलाकों में जाकर किचन वेस्ट का संग्रह करते हैं। इन वाहनों में 100 किलोग्राम की क्षमता वाले चार स्टील ड्रम लगे हुए हैं, जो किचन वेस्ट को सुरक्षित रूप से संभालने में मदद करते हैं। हर दिन लगभग 800 किलोग्राम किचन वेस्ट को एकत्र किया जा रहा है।
पोषण का ध्यान
गोसदन पहुँचकर, एकत्रित किचन वेस्ट में से गौवंश के लिए योग्य सामग्री को सावधानीपूर्वक अलग कर लिया जाता है, जिससे कि केवल पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक सामग्री ही गौ माताओं को दी जाए। शक्ति प्रबंधन के इस रूप से नगर के सभी निवासी भी सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। वे अपने किचन वेस्ट को अलग तरीके से संचित करते हैं, जिससे यह पहल और भी प्रभावी बनी हुई है।
परिणाम और सफलता
नगर पालिका परिषद् रामनगर की इस पहल ने न केवल स्थानीय गोवंश को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया है, बल्कि यह ठोस अपशिष्ट प्रबंधन का एक मॉडेल भी बन चुका है। यह पहल न केवल कचरे को प्रबंधित करने में सहायता करती है, बल्कि जैविक खाद बनाकर भूमि की उर्वरता भी बढ़ाती है। इस योजना की सफलता ने इसे जनपद, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा दिलाई है।
विशेषज्ञों की राय
अपर निदेशक शहरी विकास विभाग उत्तराखंड डॉ. ललित नारायण मिश्र ने बताया कि नगर पालिका परिषद् रामनगर के द्वारा की गई इस पहल से न केवल शहर की स्वच्छता में सुधार हो रहा है, बल्कि बेसहारा गौवंश को भी नियमित रूप से पोषण मिल रहा है।
समापन
नगर पालिका परिषद् रामनगर की यह अनोखी पहल सचमुच एक मिसाल है, जो न केवल स्वच्छता, बल्कि संवेदनशीलता को भी दर्शाती है। यह निरंतरता के साथ आगे बढ़ती रहेगी, ताकि गौ माताओं को स्वास्थ्यवर्धक आहार मिल सके और नगर स्वच्छता बनाए रख सके।
हमारी इस पहल के बारे में अधिक जानने के लिए और अन्य समाचारों के लिए यहां क्लिक करें.
Keywords:
नगर पालिका परिषद रामनगर, किचन वेस्ट, गौ माताएं, स्वच्छ भारत मिशन, गौ ग्रास एकत्रण, जैविक अपशिष्ट, कचरा प्रबंधन, पौष्टिक आहार, नैनीताल, उत्तराखंडWhat's Your Reaction?






