एसपी अजय गणपति एवं एसपी रेखा यादव के निर्देशन में चंपावत – पिथौरागढ़ पुलिस की बड़ी कार्रवाई : नेपाल सीमा पर 10 करोड़ तेईस लाख चौरासी हजार रुपये की MDMA ड्रग्स के साथ महिला तस्कर गिरफ्तार, अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की जांच जारी
एसपी अजय गणपति एवं एसपी रेखा यादव के निर्देशन में चंपावत – पिथौरागढ़ पुलिस की बड़ी कार्रवाई
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महिला तस्कर गिरफ्तार, करोड़ों रुपये की MDMA बरामद
चंपावत: चंपावत और पिथौरागढ़ पुलिस की संयुक्त टीम ने नेपाल सीमा पर एक बड़ी कार्रवाई की है, जिसमें 10 करोड़ तेईस लाख चौरासी हजार रुपये की MDMA (मेथाएमफेटामाइन) ड्रग्स के साथ एक महिला तस्कर को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के “ड्रग्स फ्री उत्तराखण्ड” अभियान के तहत की गई, जो राज्य में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को साकार करती है।
ड्रग माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक चंपावत, अजय गणपति और पिथौरागढ़ पुलिस अधीक्षक, रेखा यादव के कुशल निर्देशन में चारसद्घा नहर क्षेत्र में नशा तस्करी के खिलाफ सुरागरेसी और निगरानी का चाक-चौबंद किया गया। 5 किलो 688 ग्राम MDMA का पता चलते ही, पुलिस ने संदिग्ध गतिविधियों पर नज़र रखते हुए इस कार्रवाई को अंजाम दिया। शुक्रवार 12 जुलाई 2025 को सुबह लगभग 5:45 बजे पुलिस टीम ने महिला तस्कर ईशा को गिरफ्तार किया, जो काले पिट्ठू बैग में ड्रग्स लेकर वहाँ से भागने की कोशिश कर रही थी।
कैसे हुई गिरफ्तारी
पुलिस उपाधीक्षक टनकपुर वन्दना वर्मा के नेतृत्व में 14 सदस्यीय पुलिस टीम ने चेकिंग अभियान चलाया। जब टीम ने एक महिला को संदिग्ध तरीके से नहर की ओर जाते देखा, तो टीम ने उसे रोका और बैग की तलाशी ली। बैग में मिली ड्रग्स की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 10 करोड़ 23 लाख 84 हजार रुपये बताई जा रही है। पूछताछ में महिला ने बताया कि यह ड्रग्स उसके पति राहुल कुमार और उनके सहयोगी कुनाल कोहली द्वारा उसे दी गई थी।
भारत में MDMA का बढ़ता खतरा
MDMA, जिसे आमतौर पर "एक्सटसी" कहा जाता है, एक सिंथेटिक ड्रग है जो युवाओं के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। इसके उच्च प्रभाव और युवाओं में बढ़ती मांग ने इसे एक खतरनाक ड्रग बना दिया है। पुलिस विभाग का मानना है कि इस प्रकार की तस्करी केवल स्थानीय समस्या नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय तस्करी का हिस्सा भी है, जिसमें नेपाल से जुड़े नेटवर्क शामिल हैं।
पुलिस की प्रतिबद्धता और भविष्य की कार्रवाई
एसपी अजय गणपति ने कहा कि इस मामले की जड़ तक पहुँचने के लिए जांच कराई जा रही है। वह और उनकी टीम अन्य अपराधियों और ड्रग के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं। चंपावत पुलिस ने पहले भी कई नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है, और इस बार भी उनकी कड़ी कार्रवाई इसी भावना का परिचायक है।
सार्वजनिक सहयोग की अपील
उत्तराखंड पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें, क्योंकि सार्वजनिक सहयोग से ही ड्रग-मुक्त राज्य बनाया जा सकता है। पुलिस का मानना है कि हर व्यक्ति को नशे के खिलाफ इस लड़ाई में शामिल होना चाहिए।
इस कार्रवाई से पुलिस की सक्रियता और उनकी प्रतिबद्धता का प्रमाण मिलता है, साथ ही यह भी संदेश देती है कि उत्तराखंड में नशा तस्करी के खिलाफ जीरो टॉलेरेंस नीति अपनाई जा रही है।
लेखक: सुषमा वर्मा, टीम asarkari
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