पहाड़ में बारिश का कहर जारी, आज 4 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट, प्रदेशभर में 50 सड़कें बाधित

पहाड़ में बारिश का कहर जारी, आज 4 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट, प्रदेशभर में 50 सड़कें बाधित
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - asarkari
लेखिका: स्नेहा, प्रिया, अंशिका
टीम asarkari
उत्तराखंड में स्थिति गंभीर
उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश और भूस्खलन की वजह से हालात दिन-ब-दिन खराब होते जा रहे हैं। मौसम विज्ञान केंद्र ने देहरादून, रुद्रप्रयाग, टिहरी और बागेश्वर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा, राज्य के अन्य हिस्सों में भी तेज बारिश की चेतावनी दी गई है। यह स्थिति जनजीवन को अस्तव्यस्त कर रही है, जिससे नागरिकों में चिंता का माहौल बना हुआ है।
भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित
चमोली में पिछले कुछ घंटों से मूसलधार बारिश हो रही है, जिससे सिवई, कर्णप्रयाग, बदरीनाथ, जोशीमठ जैसे क्षेत्रों में समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं। यहाँ कई मुख्य सड़कें और संपर्क मार्ग बाधित हो गए हैं। उमट्टा क्षेत्र में भारी मलबा आने के कारण बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग भी बाधित हो गया था। हालांकि, कठिनाइयों के बाद इसे वाहनों के लिए खोल दिया गया है, लेकिन लैंडस्लाइड का खतरा अभी भी बना हुआ है।
सड़कें बंद, बिजली और पानी की समस्या
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक उत्तराखंड में 50 सड़कें बंद हो चुकी हैं। इनमें से अधिकतर ग्रामीण मार्ग हैं, जो आपातकालीन सेवाओं और परिवहन में बाधा डाल रहे हैं। इसके अलावा, ज्योतिर्मठ क्षेत्र में 66 केवी की विद्युत लाइन में फॉल्ट के कारण बिजली की आपूर्ति भी ठप हो चुकी है। इससे स्थानीय लोगों को भीषण कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
मानवीय संकट और आपदा का मंजर
राज्य आपदा परिचालन केंद्र के अनुसार, 1 जून से अब तक बारिश और भूस्खलन की घटनाओं में 21 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 11 लोग घायल हैं और 9 लोग अभी भी लापता हैं। इसके साथ ही, 143 भवनों को नुकसान पहुँचा है, जिनमें से 8 को गंभीर क्षति हुई है। यह स्थिति सरकार और संबंधित एजेंसियों के लिए एक बड़ा चुनौती है।
राज्य सरकार की तैयारी और समाधान
राज्य की अधिकारियों ने सभी सरकारी और अर्द्धसरकारी स्कूलों में आज के लिए अवकाश घोषित कर दिया है। इसके अलावा, राहत और बचाव कार्य सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त संसाधन जुटाए गए हैं। स्थानीय अधिकारी स्थिति पर निगरानी रखे हुए हैं।
निष्कर्ष
यह कहना गलत नहीं होगा कि उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश का कहर जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है। चाहे भीषण बारिश हो या भूस्खलन, यह घटनाएँ हमेशा से ही स्थानीय निवासियों के लिए चिंता का विषय रही हैं। सभी की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। भविष्य में ऐसी आपदाओं से बचने के लिए उचित उपाय करने की दिशा में सभी को एकजुट होने की ज़रूरत है।
Keywords:
heavy rain, Uttarakhand, orange alert, landslides, traffic disruption, weather warning, natural disaster, road blockage, emergency services, Chamo-li, Tehri, BageshwarWhat's Your Reaction?






